लक्ष्मी जी की आरती : आज यानी 29 अक्टूबर को पूरे देशभर में धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है. इस दिन दिवाली के त्योहार की शुरुआत हो जाती है. धनतेरस पर नई चीजों की खरीदारी करना बहुत शुभ माना जाता है. साथ ही आज के दिन कुबेर देव, धन्वंतरि जी, गणेश जी, लक्ष्मी जी की पूजा करने का विधान है. धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है साथ ही व्यक्ति की आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और धन-धान्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है. आज धनतेरस की पूजा के दौरान आप मां लक्ष्मी की आरती बिल्कुल भी करना न भूलें. यहां पढ़ें लक्ष्मी की आरती…
लक्ष्मी जी की आरती
ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता।
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता।
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता।
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त
आज धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग का निर्माण हो रहा है. पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 31 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. इस अवधि में आप देवी-देवताओं की विधि विधान से पूजा कर सकते हैं.